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Ayodhya Development Authority

अयोध्या विकास प्राधिकरण

Civil Lines, Parikrama Marg, Faizabad, Ayodhya - Phone : (05278) 223460, 223969, Fax : 220110

Inviting Objections and suggestions on Ayodhya Master Plan 2031 Part B   |   अनावासी संपत्तियों का रजिस्ट्रेशन अंतिम तिथि 15-04-2025 है   |   List of allottees of plots in the Vasisth Kunj Housing Scheme Phase-1. ( वशिष्ठ कुंज आवासीय योजना फेज-1 में भूखंड आवंटियों की सूची )   |   वशिष्ठ कुंज योजना के अंतिम आवेदकों की सूची   |   आंवटन हेतु उपलब्ध सम्पत्तियों के लिए कामन पोर्टल तैयार किये जाने के सम्बन्ध में।   |   शुद्धिपत्र वशिष्ठ कुंज फेज-1, आवासीय योजना, लखनऊ - अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग-27, अयोध्या ।   |   Vasisth Kunj Phase – 1, Housing Scheme   |   उत्तर प्रदेश भू-सम्पदा अपीलीय अधिकरण, लखनऊ में सदस्य (तकनीकी) के रिक्त पद पर नियुक्ति हेतु प्रकाशित विज्ञप्ति संबंधी।   |   Vedic City Sustainability Index   |   Presentation on Facade Control Guidelines   |   View Active Tenders/RFP/EOI   |   Master Plan 2031

About Ayodhya Development Authority


Ayodhya - Vision 2051

कश्मीर से कन्याकुमारी और गुजरात से अरुणांचल प्रदेश तक देश की करोड़ों आस्था व जनता ने सालों से एक ही स्वप्न देखा था प्रभु श्री राम जन्मभूमि में भव्य मंदिर के निर्माण के साथ साथ अयोध्या को उसके प्राचीन गौरवशाली रूप में देखना और सैकड़ों सालों के संघर्ष हज़ारों लोगों के बलिदान लाखों लोगों के धैर्य और करोड़ों लोगों की अटूट आस्था के कारण ये स्वप्न साकार हुआ भाद्रपद द्वितीय संवत दो हज़ार सतत्तर तदनुसार पाँच अगस्त सन दो हज़ार बीस को अभिजीत मुहूर्त में जब देश के यशस्वी और जनप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से भगवान श्री राम के भव्य मंदिर हेतु भूमि पूजन हुआ एक ओर जहाँ माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा से इस स्वप्न को साकार करने के लिए माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी पूरी एकाग्रता से लगे हुए हैं वहीं उनके मार्गदर्शन में सप्तपुरियों में प्रथम अयोध्या को उसका गौरवशाली स्वरूप देने श्रद्धालुओं के सुविधा और उन्हें सुखद और समृद्ध अनुभव देने के लिए विभिन्न परियोजनाओं और कार्यक्रमों का क्रियान्वयन किया जा रहा है स्वप्न एक है अयोध्या को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर प्रमुखतम आध्यात्मिक धार्मिक और पर्यटन नगरी के रूप में स्थापित करना इस स्वप्न को साकार करने के लिए तीन लक्ष्य निर्धारित किए गए है पहला अयोध्या आस्था क्षेत्र को सनातन परंपरा के अनुसार आध्यात्मिक केंद्र के रूप में विकसित करना दूसरा अयोध्या आस्था क्षेत्र को सर्व समावेशी वैश्विक पर्यटन स्थली के रूप में विकसित करना और तीसरा अयोध्या विकास क्षेत्र को सतत आत्मनिर्भर नगर के अनुरूप विकसित करना विभिन्न परियोजनाओं का विवरण इस प्रकार है अयोध्या पहुँचने के लिए वायु मार्ग को सुगम बनाने के लिए अध्यात्मिक मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का सुखद रेल यात्रा के लिए अयोध्या रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाना और सुविधा जनक सड़क यात्रा के लिए विभिन्न शहरों से अयोध्या पहुँचने वाले मार्ग को चार और छह लेन में परिवर्तित किया जाना अयोध्या में आने वाले छह प्रमुख मार्गों पर श्री राम मंदिर के डिज़ाइन से प्रेरित भव्य प्रवेश द्वार बनाए जाने की योजना है इसके साथ ही धर्मशालाओं का निर्माण भी प्रस्तावित है जिनमें तीस हज़ार श्रद्धालु रात्रि विश्राम कर सकते हैं. भव्य अयोध्या की परिकल्पना के तहत नगर के तेरह किलोमीटर मुख्य मार्ग का चौड़ीकरण किया जा रहा है. इस मार्ग के दोनों ओर रामायण कालीन वृक्षों की छाया भी उपलब्ध कराई जाएगी. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए श्रृंगार से श्री राम मंदिर और सुग्रीव किले से श्री राम मंदिर के मार्ग निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. नगर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत समय के ट्रैफिक मैनेजमेंट प्रणाली और मल्टी लेवल पार्किंग की सुविधा रहेगी. अयोध्या प्रमुख आध्यात्मिक यात्रा पंचकोशी के मार्ग को विश्वस्तरीय बनाने के साथ साथ संपूर्ण परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले दो सौ आठ पौराणिक महत्व के स्थलों पर अनुसंधान कर उनको भी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित करवाया जा रहा है अयोध्या के चारों ओर पैंसठ किलोमीटर की बाहरी रिंग रोड का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा शीघ्र ही प्रारंभ हो जाएगा अयोध्या के निकट बारह सौ एकड़ में पूर्ण रूप से वैदिक संदर्भों के एक नई टाउनशिप का निर्माण किया जा रहा है जिनमें मुख्य रूप से आश्रम मठ उच्च स्तरीय होटल राज्य के तथा अन्य इच्छुक देशों के अतिथि गृह बनाए जाना प्रस्तावित है हरित ऊर्जा प्रदूषण मुक्त गतिशीलता और ईको फ्रेंडली सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए बनाए जाने वाले इस उपनगर के बीच में एक ब्रह्म स्थान रहेगा जिसका संदेखन श्री राम मंदिर के शिखर के अनुरूप होगा सरयू नदी के दोनों ओर के तटीय विकास की परिकल्पना इस नगरी की शोभा में अभिवृद्धि करेगी गुप्तार घाट से जानकी घाट तक के विकास और सुंदरीकरण की परियोजना जल शक्ति विभाग उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भारत सरकार की स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत स्वीकृति हेतु प्रस्तुत की गयी है अयोध्या में पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिए भव्य पर्यटन सुविधा केंद्र नया घाट के निकट बनाया जाना प्रस्तावित है इसी क्रम में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा श्री राम कथा संग्रहालय को उच्चीकृत करते हुए वे स्तरीय डिजिटल संग्रहालय बनाया जा रहा है राम अरण्य एक अभिनव परिकल्पना है जिसमें सरयू तट पर स्थित जामतारा में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के माध्यम से श्री राम स्मृति वन का विकास प्रस्तावित है जिसमें श्री राम के चौदह वर्ष के वनवास की कथाओं को विभिन्न माध्यमों से सजीव किया जाएगा स्थानीय क्षेत्रीय एक दिवसीय तथा राष्ट्रीय परिपथों को जोड़ते हुए अयोध्या के पर्यटन को विकसित किया जा रहा है रामायण सर्किट की भांति सप्तपुरी सर्किट में भी अयोध्या को जोड़ने से पर्यटन विकास की संभावनाओं को बल मिलेगा तथा पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी माननीय प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से दीपोत्सव दो हज़ार इक्कीस से सरयू जी में क्रूज का संचालन प्रस्तावित है भविष्य की जल आवश्यकता की पूर्ति के लिए कुंडों का नगर कहे जाने वाले अयोध्या के एक सौ आठ से भी अधिक कुंडों का पुनर्जीवन किया जा रहा है वर्तमान में सूर्य कुंड और भरत कुंड का विकास कार्य प्रगति पर है अतीत की भव्यता वर्तमान की आवश्यकता और भविष्य के तैयारी के उद्देश्य के साथ बनाई गयी इन योजनाओं में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के सतत मार्गदर्शन की आवश्यकता है ये योजनाएँ बृहद है किंतु जिन प्रभु राम के नाम के सहारे समुद्र पर सेतु बाँध दिया गया था वही प्रभु श्री राम इन सभी परियोजनाओं को सफलता पूर्वक संपन्न कराएँगे ऐसा हमें विश्वास है जय श्री राम

संक्षिप्त परिचय

Ayodhya Development Authority (AFDA) is a principal agency of the Government of Uttar Pradesh, which is responsible for taking ahead the tradition of planned and sustainable development of Ayodhya and Faizabad.

शासन द्वारा अयोध्या-फैजाबाद विकास प्राधिकरण का गठन 02 नवम्बर 1985 को किया गया था। तदुपरान्त फरवरी 1988 में अयोध्या विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण का गठन हुआ। 26 फरवरी 1996 को अयोध्या विशेष क्षेत्र को विघटित कर दिया गया पुन: अयोध्या-फैजाबाद विकास प्राधिकरण का गठन किया गया। अयोध्या-फैजाबाद विकास प्राधिकरण के विकास क्षेत्र के अर्न्तगत फैजाबाद एवं अयोध्या से सटे 67 ग्राम सभाओं को शामिल किया गया है। यह विकास क्षेत्र पूर्व में उ०प्र० निर्माण कार्य एवं विनियमन के अर्न्तगत आने वाले क्षेत्र थे।
उत्तर प्रदेश शासन की अधिसूचना दिनांक 10 दिसंबर 2018 के आदेशानुसार प्राधिकरण का संशोधित नाम अयोध्या विकास प्राधिकरण किया गया।

उ०प्र० नगर योजना एवं विकास अधिनियम 1973 के अर्न्तगत गठित अयोध्या-फैजाबाद विकास प्राधिकरण अपने विकास क्षेत्र के अर्न्तगत जनसमुदाय को मूलभूत सुविधायें तथा आवासीय समस्याओं के समाधान हेतु प्रयासरत है।



प्राधिकरण बोर्ड सदस्यों का विवरण


आयुक्त अयोध्या मण्डल, अयोध्या
अध्यक्ष
उपाध्यक्ष अयोध्या विकास प्राधिकरण
उपाध्यक्ष
जिलाधिकारी अयोध्या
सदस्य
अपर निदेशक, कोषागार, अयोध्या मण्डल, अयोध्या
सदस्य
सहयुक्त नियोजक, ग्राम एवं नगर नियोजन विभाग, अयोध्या
सदस्य
अधिशाषी अभियन्ता उ०प्र० जल निगम, अयोध्या
सदस्य
अधिशाषी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग, अयोध्या
सदस्य